कोई है
जो मेरे लिए दुआ कर दे
कोई है
जो सब के दिलों को सफ़ा कर दे
कोई है
जो इस ज़िंदगी का हिसाब कर दे
कोई है
जो मेरे सवाल का जवाब कर दे
यहाँ तो चारों तरफ़
जहां तलक नज़र जाती है
किसी की जेब फटी है
किसी की नियत कटी है
किसी को दया नहीं है
किसी को हया नहीं है.,
कोई है
जो भूखे को रोटी कर दे
कोई है
जो चीथड़ों को सिलाई कर दे
कोई है
जो थोड़ी तो भलाई कर दे
कोई है
जो हमारी ये सुनवाई कर दे.,
जहां में
क्या करे साहब नियत खोटी है
दुनिया में
क्या करें साहब मेहनत छोटी है
रिश्तों में
क्या करें साहब अपनापन नहीं है
अपनों में
क्या करें साहब बढपन नहीं है.,
कोई है
जो अंधों की लाठी हो जाए
कोई है
जो बूढ़ों को पानी दे जाए
कोई है
जो बुढ़ापे में सहारा हो जाए
कोई है
जो इनके लिए गुजारा हो जाए.,
वक्त बीता है और बीतेगा
जो आया है वो निश्चित मरेगा
फिर क्यों ये मान ये बडियाई
सबमें जाने क्यों "मैं" समाई
इंसान हो इशान तो बने रहो
दया करूणा सेवा दिल में भरे रहो.!!
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