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जाने कितने
मैं
ज़िंदगी में
अब भी ज़िंदा हूँ
क्योंकि
अभी भी
जीने की जिद में हूँ
मैं
उठूँगी हर बार
गिरूँगी जितनी बार.!


फ़ुर्सत की शाम
फ़ुर्सत की एक शाम निकाल कर बैठो, यारों संग हर काम दिल से निकाल कर बैठो..


ज़िंदगी रंगीन है
ज़िंदगी रंगीन है बहुत जरा देखिए, गिरगिट इंसान हैं बहुत....


पूरानी मुस्कान
बचपन जो था वो ही सुकून से भरा था
मतलब की तलब नहीं थी
किसी चीज की फ़िक्र नहीं थी
सुकून था, ख़ुशी थी मुस्कान थी


ये दिल एक चित्रकार है
ये जो दिल है, वो चित्रकार है, उसके बस्ते में वो सारे रंग है जो आपके अहसासों के हिसाब से दुनियाँ के चित्रपटल पर उकेरे जाते हैं... पढ़िए कैसे


कितनी भी कोशिश कर लो
ज़िंदगी में कितनी भी कोशिश कर लो कुछ चीज़ें तभी मिलेंगी जब मिलनीं होंगी, मगर चाहे जो हो मुस्कुरा कर हमें ज़िंदगी को जीना नहीं छोड़ना ॥


जरा मुस्कुरा तू.!!
जरा मुस्कुरा तू, सब कुछ बदल जाएगा, हिम्मत ए जिगरा जब रखेगा तू, तो बूंद बूंद से भी सागर भर जाएगा .!!


आओ कुछ नया लिखते हैं
कुछ रिश्तों को बातें, कुछ पुरानी यादें, कुछ नए तराने कुछ अनछुए फसाने.!! सब कुछ भूल भाल के सारे रिश्तों को याद करते हैं.!! आओ कुछ लिखते हैं.!


तुमने मेरे लिए किया ही क्या है
जिंदगी में हर कोई एक बात जरूर सुनता है, तुमने मेरे लिए किया ही क्या है.!!
SOCIAL MEDIA CORNER [ Shayar Malang | Writer | Lyrical Emotions ]
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