जरा मुस्कुरा तू
सब कुछ बदल जाएगा..
वक्त पहले जैसा हो ना हो
मगर ये भी टल जाएगा..
खुदी को कर बुलंद इतना
फिर कुआं खुद प्यासे के पास आएगा.!!
जरा मुस्कुरा तू
सब कुछ बदल जाएगा.!!
फिर से महफिलें सजेंगी
फिर एक दौर खुशियों का आएगा..
फिर से सजेंगे मेले कई
फिर एक कारवां बन जाएगा..
हिम्मत ए जिगरा जब रखेगा तू
फिर बूंद बूंद से भी सागर भर जाएगा.!!
जरा मुस्कुरा तू
सब कुछ बदल जाएगा.!!
अध जल होगी अगर गगरी भी
तो भी नाचने का मन हो जाएगा..
आंगन टेढ़े की परवाह क्या करनी
जब खुशियों को सावन उमड़ जाएगा..
उड़ेंगे ख्वाबों के परिंदे आसमां में
फिर देखना आसमां भी छोटा नजर आएगा.!!
बस मुस्कुरा तू
सब कुछ बदल जाएगा.!!
- शायर मलंग
बहुत खूब