Shayar Malangकुछ ख़्वाब रफ़ू करने हैंज़िंदगी में हर किसी के हिस्से कुछ ना कुछ ख़्वाब आते हैं, कुछ ज़िंदगी की उलझनें अैसी होती हैं कि हम उन ख़ूबसूरत ख़्वाबों को पीछे छोड़ देते है
Shayar Malangजाने क्या क्यातेरे अहसास भी क्या मेरे अहसास जैसे हैं., तेरी तबियत, तेरी ख़ुशियाँ तेरी ख़ैरियत और जाने क्या क्या.?
Shayar Malangएक अरसे सेपेश ए ख़िदमत है नई ग़ज़ल - एक अरसे से खुली आँखों से मैंने उसे नहीं देखा, कोई रात अैसी नहीं गुज़री जब मैंने उसे नहीं देखा .!
Shayar Malangकुछ ऐसा है तूइश्क के कुछ ऐसे ही मायने हैं, जो जैसा समझे है ये उसको वैसा ही माने है.!! सुकून.. अहसास.. अरमान.. अल्फाज़
Shayar Malangतेरी यादेंयूं ही बैठे बैठे कभी किसी की यादें घिर आती है, ये अक्सर सभी के साथ होता है, तब दिल क्या सवाल करता है, जहन क्या सोचता है... आओ पढ़ें..
Shayar Malangजाने मेरे बिना कैसे तुम रह पाओगेजिसको तुम चाहते हो.. उसको तुम चाहते हो., वो तुम्हें चाहे ना चाहे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.! उसकी सलामती की दुआ बस ये दिल करता है.!!
Shayar Malangएक कमी सी रहती है तेरे बिना .!!कुछ शब्द महज शब्द नहीं होते वो दिल के एहसासों को पिरोए रखते हैं, संजोए रखते है खुद में.!! पढ़िए आपके छोड़े गए संदेश मुझे बहुत प्रिय है.!!
Shayar Malangतुम जरा सी कम खूबसूरत होतीतुम जरा सी कम खूबसूरत होती तो भी बला की खूबसूरत होती होता चांद तब भी दीवाना तेरा और तुम बस चांदनी सी होती ये हवाएं तब भी चूमती तुमको और...
Shayar Malangतेरे आंसू चुरा लूं मैं,अगर ध्यान हटे लोगों का तो तेरे आंसू चुरा लूं मैं, अगर खुदा दुआ कबूले तो तुझे अपना बना लूं मैं, ना आए गमों का साया भी तेरी तरफ, तू कहे तो...