बात वो
लाज़मी नहीं, जितनी लोग सुनते हो
बात वो
जरूरी है, जिसको तुम सुनती हो.,
लिखता हूं वो
जिस पर दुनिया वाह करती है
मेरे लिए वो
जरूरी है, जिसमें तुम बसती हो
रात घिर आई
और आसमां दिलकश लगने लगा
चांद वो
जरूरी है, जिसमें तुम दिखती हो
दिल धड़कता है
दिल धड़कता रहेगा यूं ही
धड़कन वो
जरूरी है, जिसमे तुम धड़कती हो.!!
ख़्वाब आते हैं
खो जाते हैं जहन में ही
याद वो
जरूरी है, जिसमे तुम रहती हो.!!
बात वो
लाज़मी नहीं, जितनी लोग सुनते हो
बात वो
जरूरी है, जिसको तुम सुनती हो.!!
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